Saturday 16 May 2020



नेता जी,
बड़े पैकेज से थोड़ा रुपया उधार, हमका परिवार के लिए  दीजिये
फिर हज़ार, लाख, करोड़ो की बातें, मीडिया में जी भर कीजिये।

कुछ दो-एक बसों का इंतज़ाम , हमें घर भिजवाने को कीजिये
फिर जी भर राजधानी और फ्लाइट , बड़े लोगों के लिए शुरू कीजिये।

नेता जी,
बहुत दिनों से पेट भर खाना खाये नहीं, कुछ जुगाड़ तो कीजिये
फिर दिया बाती , थाली चमचो से ,  कोरोना का दमन कीजिये।

एक चीथड़ में सौ मीलो चलते जा रहे, कुछ तो धोती गमछा दिलाये दीजिये
फिर अपने अंगरखा स्टाइल मास्क की बिक्री की मार्केटिंग कीजिये।

नेता जी,
घर में राशन नहीं है , उज्जवला योजना सिलिंडर वापस लीजिये ,
दो बोरी गेहूं, एक  बोरी चावल, बच्चो के पेट के लाने दीजिये।

नेता जी , पैरों में जो छाले पड़े हैं, बीवी बच्चो की हालत तो देखिये
कोई सोये सूटकेस पर, कोई रोये रोड पर, ऐसी व्यथा का कोई उपचार तो कीजिये !